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Tally Prime Full Practical Course Free

 Tally Prime Full Practical

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📢 
नमस्कार दोस्तों!

टैली एक लोकप्रिय अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर है, जिसका उपयोग छोटे और बड़े व्यवसायों में बहीखाता प्रबंधन, जीएसटी फाइलिंग, इन्वेंट्री मैनेजमेंट और फाइनेंशियल रिपोर्टिंग के लिए किया जाता है। "टैली फुल प्रैक्टिकल" ब्लॉग में हम आपको टैली के सभी महत्वपूर्ण फीचर्स को प्रैक्टिकल तरीके से समझाएंगे, ताकि आप इसे आसानी से सीख और उपयोग कर सकें।
इस ब्लॉग में आपको टैली इंस्टॉलेशन से लेकर एडवांस फीचर्स, जैसे कि वाउचर एंट्री, बैंकिंग, पेरोल मैनेजमेंट, जीएसटी रिटर्न फाइलिंग, और बैलेंस शीट एनालिसिस तक की पूरी जानकारी मिलेगी। अगर आप एक अकाउंटेंट, बिजनेस ओनर या छात्र हैं, तो यह ब्लॉग आपके लिए बेहद उपयोगी साबित होगा। टैली को प्रैक्टिकली सीखने के लिए हमारे स्टेप-बाय-स्टेप गाइड को फॉलो करें और अपने अकाउंटिंग स्किल्स को नए स्तर पर ले जाएं! 🚀

इस ब्लॉग में आप Tally Prime का पूरा प्रैक्टिकल ज्ञान प्राप्त करेंगे। हम आपको बेसिक से एडवांस तक सभी महत्वपूर्ण टॉपिक्स को आसान भाषा में समझाएंगे। चाहे आप एक स्टूडेंट, अकाउंटेंट या बिजनेस ओनर हों, यह ब्लॉग आपके लिए बेहद फायदेमंद होगा।
इस ब्लॉग में हम आपको विडियो के माध्यम से समझायेगे के टैली प्राइम में कैसे काम करा जाता है इन सभी विडियो में फूल प्रैक्टिकल रहेगा और हर प्रैक्टिकल के पीडीऍफ़ फाइल भी मिलेगी बहुत ही आसन भाषा हिंदी में | तो दोस्तों बने रहे हमरे साथ |

इस ब्लॉग में क्या मिलेगा?

✔️ Tally Prime का परिचय और इंटरफ़ेस
✔️ कंपनी क्रिएशन और अकाउंटिंग सेटअप
✔️ वाउचर एंट्री, इन्वेंट्री मैनेजमेंट और GST सेटअप
✔️ बैलेंस शीट, रिपोर्टिंग और फाइनेंशियल एनालिसिस
✔️ Shortcut Keys और उपयोगी टिप्स

अगर आप Tally Prime को प्रैक्टिकली सीखना चाहते हैं, तो यह ब्लॉग आपके लिए एक Complete Guide साबित होगा। इसे पढ़ें और Tally Prime एक्सपर्ट बनें! 🚀

Chapter:- 01 

Tally Prime को डाउनलोड और इंस्टॉल कैसे करें? | स्टेप-बाय-स्टेप गाइड

परिचय

Tally Prime एक शक्तिशाली अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर है, जो छोटे और बड़े व्यवसायों के लिए बहुत उपयोगी है। इसमें Accounting, Inventory Management, GST, Billing जैसी कई सुविधाएँ दी गई हैं। इस ब्लॉग में हम Tally Prime को डाउनलोड, इंस्टॉल और नई कंपनी बनाने की प्रक्रिया को विस्तार से जानेंगे।


1. Tally Prime को डाउनलोड कैसे करें?

Tally Prime को डाउनलोड करने के लिए निम्नलिखित स्टेप्स को फॉलो करें:

स्टेप 1: Tally की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं

➡ सबसे पहले अपने ब्राउज़र में (Download tally prime free Version)  की आधिकारिक वेबसाइट खोलें।

स्टेप 2: Tally Prime डाउनलोड करें

➡ होम पेज पर "Tally Prime" के डाउनलोड सेक्शन में जाएं और "Download Now" बटन पर क्लिक करें।
➡ यह फ़ाइल .exe फॉर्मेट में डाउनलोड होगी।


2. Tally Prime को इंस्टॉल कैसे करें?

डाउनलोड करने के बाद इसे इंस्टॉल करने के लिए निम्न स्टेप्स फॉलो करें:

स्टेप 1: इंस्टॉलर फाइल को ओपन करें

➡ डाउनलोड की गई TallyPrimeSetup.exe फाइल को ओपन करें।

स्टेप 2: Install बटन पर क्लिक करें

➡ एक नई विंडो खुलेगी, जिसमें "Install" का विकल्प मिलेगा।
Install बटन पर क्लिक करें और प्रोसेस पूरा होने दें।

स्टेप 3: एक्टिवेशन प्रक्रिया पूरी करें

➡ इंस्टॉलेशन के बाद, आपको Tally Prime को एक्टिवेट करना होगा।
➡ यदि आपके पास पहले से Tally Prime का लाइसेंस है, तो Activate License चुनें, अन्यथा "Use in Educational Mode" पर क्लिक करें।

अब आपका Tally Prime सफलतापूर्वक इंस्टॉल हो चुका है! 🎉


3. Tally Prime में नई कंपनी कैसे बनाएं?

Tally Prime में नई कंपनी बनाने के लिए निम्नलिखित स्टेप्स को फॉलो करें:

स्टेप 1: Tally Prime को खोलें

➡ इंस्टॉलेशन के बाद Tally Prime को ओपन करें।

स्टेप 2: "Create Company" ऑप्शन चुनें

➡ स्क्रीन पर "Create Company" का विकल्प मिलेगा, इस पर क्लिक करें।

स्टेप 3: कंपनी की जानकारी भरें

अब आपको कंपनी की बेसिक जानकारी भरनी होगी:

🔹 Company Name: अपनी कंपनी का नाम डालें।
🔹 Mailing Name: वही नाम डालें या अलग रख सकते हैं।
🔹 Address: अपना बिजनेस पता दर्ज करें।
🔹 State & Country: जिस राज्य और देश में आपका बिजनेस है, उसे चुनें।
🔹 Financial Year Begin From: कंपनी के फाइनेंशियल वर्ष की शुरुआत की तारीख चुनें (आमतौर पर 1 अप्रैल से शुरू होता है)।

स्टेप 4: सेटिंग्स सेव करें

➡ सभी विवरण भरने के बाद "Accept" (Ctrl + A) दबाएँ।
➡ आपकी कंपनी सफलतापूर्वक Tally Prime में बन जाएगी!


अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी, तो इसे अपने दोस्तों और बिजनेस पार्टनर्स के साथ शेयर करें! 😊

Chapter:- 02 

📢 नमस्कार दोस्तों!

दोस्तों इस चैप्टर में हम सीखेगे कि Tally Prime में   Find Gross Profit & Net Profit in Tally Prime | Ledger Posting | Bill-Wise Details | Trading P&L A/c Step-by-Step Guide

1. Tally Prime के प्रमुख फीचर्स

Tally Prime एक उन्नत अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर है जो व्यापारिक लेन-देन को सरल बनाता है। इसके कुछ प्रमुख फीचर्स इस प्रकार हैं:

  • सुव्यवस्थित इंटरफेस: प्रयोग करने में आसान और तेज़ी से कार्य करने योग्य।
  • बिल-वाइज डिटेल्स: प्रत्येक बिक्री और खरीद की एंट्री को अलग से ट्रैक करने की सुविधा।
  • GST और टैक्सेशन: इन-बिल्ट जीएसटी और अन्य टैक्स कैलकुलेशन।
  • इन्वेंट्री मैनेजमेंट: स्टॉक और गोदाम का उचित प्रबंधन।
  • लेजर और वाउचर मैनेजमेंट: लेन-देन का सटीक रिकॉर्ड रखने की सुविधा।
  • बैंक रीकंसीलिएशन: बैंक स्टेटमेंट का मिलान करने की सुविधा।

2. Tally Prime में ग्रॉस प्रॉफिट और नेट प्रॉफिट निकालने की प्रक्रिया

(A) ग्रॉस प्रॉफिट (Gross Profit) निकालने की प्रक्रिया

ग्रॉस प्रॉफिट का फार्मूला:

ग्रॉस प्रॉफिट = कुल बिक्री - कुल खरीद - डायरेक्ट खर्चे

स्टेप्स:

  1. Gateway of TallyProfit & Loss A/c पर जाएँ।
  2. "F1: Detailed" दबाकर विस्तृत रिपोर्ट देखें।
  3. Trading Account में Sales Account और Purchase Account की एंट्री की जाँच करें।
  4. Gross Profit (GP) सेक्शन में दी गई राशि से ग्रॉस प्रॉफिट प्राप्त करें।

(B) नेट प्रॉफिट (Net Profit) निकालने की प्रक्रिया

नेट प्रॉफिट का फार्मूला:

नेट प्रॉफिट = ग्रॉस प्रॉफिट - सभी अप्रत्यक्ष खर्चे + अप्रत्यक्ष आय

स्टेप्स:

  1. Gateway of TallyProfit & Loss A/c पर जाएँ।
  2. सभी Indirect Expenses और Indirect Incomes की जाँच करें।
  3. नीचे Net Profit (NP) का मूल्य मिलेगा।

3. लेजर पोस्टिंग (Ledger Posting)

लेजर पोस्टिंग का उपयोग प्रत्येक अकाउंट की अलग-अलग एंट्री को व्यवस्थित करने के लिए किया जाता है।

लेजर बनाने की प्रक्रिया:

  1. Gateway of TallyAccounts InfoLedgersCreate पर जाएँ।
  2. लेजर का नाम दर्ज करें (जैसे "खरीद", "बिक्री", "किराया" आदि)।
  3. उपयुक्त ग्रुप का चयन करें (जैसे "Purchase Account", "Sales Account" आदि)।
  4. आवश्यकतानुसार जीएसटी डिटेल्स जोड़ें।
  5. "Accept" दबाएँ और लेजर सेव हो जाएगा।

4. बिल-वाइज विवरण (Bill-Wise Details)

बिल-वाइज विवरण से यह पता चलता है कि कौन-सा बिल कब भुगतान किया गया और कितनी राशि बाकी है।

स्टेप्स:

  1. Gateway of TallyAccounts InfoLedger → किसी पार्टी का चयन करें।
  2. Maintain Balances Bill by Bill को "Yes" करें।
  3. बिक्री और खरीद वाउचर एंट्री के समय "Bill-Wise Details" डालें।

5. ट्रेडिंग अकाउंट और प्रॉफिट & लॉस अकाउंट (Trading Account & Profit & Loss A/c)

(A) ट्रेडिंग अकाउंट (Trading Account) तैयार करने की प्रक्रिया:

  1. Gateway of TallyProfit & Loss A/c → "F1: Detailed" दबाएँ।
  2. "Trading Account" के तहत Opening Stock, Purchases, Direct Expenses, और Sales दिखेंगे।
  3. यहाँ ग्रॉस प्रॉफिट / ग्रॉस लॉस मिलेगा।

(B) प्रॉफिट & लॉस अकाउंट तैयार करने की प्रक्रिया:

  1. "Profit & Loss A/c" में Indirect Expenses और Indirect Incomes दर्ज करें।
  2. अंतिम Net Profit / Net Loss का कैलकुलेशन करें।

डायग्राम: ग्रॉस प्रॉफिट और नेट प्रॉफिट निकालने की प्रक्रिया

             |----------------------------|
             |        Trading A/c         |
             |----------------------------|
             | Opening Stock   | xxx      |
             | Purchases       | xxx      |
             | Direct Expenses | xxx      |
             |----------------------------|
             | Total           | xxx      |
             | Sales           | xxx      |
             | Closing Stock   | xxx      |
             |----------------------------|
             | Gross Profit    | xxx      |
             |----------------------------|

             |----------------------------|
             |     Profit & Loss A/c      |
             |----------------------------|
             | Gross Profit    | xxx      |
             | Indirect Income | xxx      |
             |----------------------------|
             | Indirect Expense| xxx      |
             |----------------------------|
             | Net Profit      | xxx      |
             |----------------------------|

इस गाइड का उपयोग करके आप आसानी से Tally Prime में ग्रॉस प्रॉफिट और नेट प्रॉफिट की गणना कर सकते हैं, लेजर पोस्टिंग कर सकते हैं, और बिल-वाइज विवरण देख सकते हैं।

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Chapter:- 03

📢 नमस्कार दोस्तों!

दोस्तों इस चैप्टर में हम सीखेगे Tally Prime में Ledger से सम्बंधित पूरी जानकारी Ledger क्या होते है और ये क्यू बनाये जाते है | तो चलो दोस्तों शुरू करते है आज का चैप्टर :-

Ledger क्या होता है?

Ledger एक महत्वपूर्ण बहीखाता (Account) होता है, जिसमें किसी विशेष खाते से जुड़ी सभी लेन-देन की जानकारी दर्ज की जाती है। Tally में प्रत्येक Ledger एक विशेष खाता दर्शाता है, जिसमें नकदी (Cash), बैंक (Bank), खर्च (Expenses), आय (Income), देनदार (Debtors), लेनदार (Creditors) आदि के विवरण शामिल होते हैं।

Ledger बनाने की प्रक्रिया

Tally में नया Ledger बनाने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करना पड़ता है :

  1. Tally खोलें और "Gateway of Tally" स्क्रीन पर जाएं।
  2. Accounts Info पर क्लिक करें।
  3. Ledgers विकल्प चुनें।
  4. Create ऑप्शन पर क्लिक करें।
  5. निम्नलिखित विवरण भरें:
    • Ledger का नाम: वह नाम दर्ज करें जो खाते को दर्शाए।
    • Under Group: Ledger को सही Group के अंतर्गत रखें (जैसे कि Cash-in-Hand, Bank Accounts, Sundry Debtors आदि)।
    • Opening Balance: यदि पहले से कोई शेष राशि है तो उसे दर्ज करें।
  6. Enter दबाकर Ledger को सेव करें।

Ledger के प्रकार

Tally में Ledger मुख्य रूप से निम्नलिखित प्रकार के होते हैं:

  1. आस्ति (Assets) Ledger: जैसे कि बैंक खाता, नकदी खाता, भूमि और भवन आदि।
  2. दायित्व (Liabilities) Ledger: जैसे कि ऋण खाता, लेनदार खाता आदि।
  3. आय (Income) Ledger: बिक्री खाता, ब्याज आय आदि।
  4. व्यय (Expense) Ledger: वेतन खाता, किराया, बिजली बिल आदि।

Ledger को Edit और Delete कैसे करें?

  1. Edit करने के लिए:

    • "Gateway of Tally" में "Alter" विकल्प चुनें।
    • "Ledgers" पर जाएं और आवश्यक खाते को चुनें।
    • विवरण को अपडेट करें और "Enter" दबाकर सेव करें।
  2. Delete करने के लिए:

    • "Ledger Alteration" स्क्रीन में जाकर "Alt + D" दबाएं।
    • पुष्टि करने के लिए "Yes" चुनें।

Ledger की रिपोर्ट कैसे देखें?

Tally में किसी भी Ledger की रिपोर्ट देखने के लिए:

  1. "Gateway of Tally" में "Display" ऑप्शन पर जाएं।
  2. "Account Books" चुनें।
  3. "Ledger" विकल्प पर क्लिक करें।
  4. इच्छित Ledger चुनकर "Enter" दबाएं।
  5. अब आप उस Ledger का विस्तृत विवरण देख सकते हैं।

निष्कर्ष

Tally Prime में Ledger का सही तरीके से उपयोग करने से वित्तीय प्रबंधन सरल और प्रभावी बनता है। Ledger सही तरह से बनाने, संपादित करने और रिपोर्ट देखने की जानकारी होने से अकाउंटिंग प्रक्रिया अधिक सुचारू रूप से संचालित होती है। यदि आप Tally का उपयोग कर रहे हैं, तो Ledger की सही समझ आपके व्यापार को सफलतापूर्वक प्रबंधित करने में मदद कर सकती है।

अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी, तो इसे अपने दोस्तों और बिजनेस पार्टनर्स के साथ शेयर करें! 😊

Chapter:- 04

Tally Prime में Voucher Entry कैसे करें? (Complete Guide in Hindi)


Introduction

आज के डिजिटल युग में अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर का महत्व बहुत बढ़ गया है, और Tally Prime भारत में सबसे ज्यादा उपयोग किया जाने वाला अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर है। Tally Prime में Voucher Entry करना बेहद आसान है, लेकिन इसके लिए सही प्रक्रिया को समझना ज़रूरी है। इस ब्लॉग में हम Tally Prime में वाउचर एंट्री करने का पूरा तरीका विस्तार से जानेंगे।


Tally Prime में Voucher Entry क्या होती है?

Tally Prime में वाउचर एंट्री का उपयोग लेन-देन (Transactions) को रिकॉर्ड करने के लिए किया जाता है। यह विभिन्न प्रकार के होते हैं, जैसे कि Payment, Receipt, Purchase, Sales, Contra, Journal, Debit Note, Credit Note, आदि


Tally Prime में Voucher Entry करने की स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया

Step 1: Tally Prime को ओपन करें
Step 2: Voucher Mode में जाएं
Step 3: Voucher Type सिलेक्ट करें

सबसे पहले अपने कंप्यूटर पर Tally Prime को ओपन करें और अपने कंपनी अकाउंट को सिलेक्ट करें।

अब, Gateway of Tally → Transactions → Vouchers पर जाएं या "V" प्रेस करें।

Tally Prime में कई प्रकार के वाउचर होते हैं। नीचे उनके उपयोग बताए गए हैं:

Voucher Type Shortcut Key Use
Payment Voucher         F5                     भुगतान दर्ज करने के लिए
Receipt Voucher F6 प्राप्ति दर्ज करने के लिए
Contra Voucher F4 बैंक या कैश ट्रांजेक्शन के लिए
Purchase Voucher F9 खरीदारी एंट्री के लिए
Sales Voucher F8 बिक्री एंट्री के लिए
Journal Voucher F7 एडजस्टमेंट एंट्री के लिए
Debit Note Ctrl + F9 क्रेडिट खरीदारी को दर्ज करने के लिए
Credit Note Ctrl + F8 रिटर्न बिक्री को दर्ज करने के लिए

Step 4: Voucher एंट्री करें

1. Payment Voucher (भुगतान वाउचर)

जब आप किसी को पेमेंट करते हैं, तो यह एंट्री करें:

  • F5 (Payment) प्रेस करें
  • Cash/Bank Account सिलेक्ट करें
  • जिसको भुगतान कर रहे हैं, उसका नाम डालें
  • राशि दर्ज करें
  • Narration (विवरण) लिखें
  • Enter दबाकर एंट्री सेव करें

2. Receipt Voucher (रसीद वाउचर)

किसी से पेमेंट प्राप्त करने के लिए:

  • F6 (Receipt) प्रेस करें
  • Cash/Bank Account सेलेक्ट करें
  • जिससे पैसा मिला, उसका नाम डालें
  • राशि और विवरण दर्ज करें
  • Enter दबाकर सेव करें

3. Sales Voucher (बिक्री वाउचर)

बिक्री एंट्री करने के लिए:

  • F8 (Sales) दबाएं
  • Customer का नाम दर्ज करें
  • Stock Item सेलेक्ट करें और Quantity डालें
  • GST (अगर लागू हो) जोड़े
  • Total Amount डालें और Save करें

4. Purchase Voucher (खरीद वाउचर)

खरीदारी की एंट्री इस तरह करें:

  • F9 (Purchase) दबाएं
  • Supplier का नाम डालें
  • Items और Quantity भरें
  • GST जोड़े और Total Amount डालें
  • Enter दबाकर Save करें

Tally Prime में Voucher Entry करते समय ध्यान रखने योग्य बातें

Ledger और Accounts सही सिलेक्ट करें।
GST, TDS या अन्य टैक्स सही से अप्लाई करें।
हर एंट्री के लिए सही वाउचर टाइप चुनें।
Narration में Transaction का विवरण जरूर लिखें।


Conclusion

इस ब्लॉग में आपने सीखा कि Tally Prime में Voucher Entry कैसे करें और विभिन्न प्रकार के वाउचर का उपयोग कैसे किया जाता है। यदि आप एक बिजनेस अकाउंटेंट हैं या Tally सीखना चाहते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बहुत उपयोगी होगी।


इस विडियो में समझाए गये टॉपिक का पीडीऍफ़ :- 
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Chapter:- 05

All Banking Transactions in Tally Prime

परिचय

आज के डिजिटल युग में, अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। Tally Prime एक व्यापक और उन्नत अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर है, जो बिजनेस को उनकी फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन मैनेज करने में मदद करता है। बैंकिंग ट्रांजैक्शन्स को मैनेज करना किसी भी बिजनेस के लिए आवश्यक होता है और Tally Prime इसे सरल और प्रभावी बनाता है। इस ब्लॉग में, हम आपको Tally Prime में सभी बैंकिंग ट्रांजैक्शन्स के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।


Tally Prime में बैंकिंग फीचर्स की विशेषताएँ

Tally Prime बैंकिंग से संबंधित कई महत्वपूर्ण सुविधाएँ प्रदान करता है, जिनमें शामिल हैं:

  1. ऑटोमैटिक बैंक रिकंसीलिएशन - बैंक स्टेटमेंट को ऑटोमैटिकली मिलाने की सुविधा।
  2. चेक मैनेजमेंट - चेक बुक ट्रैकिंग, इशू और डिपॉज़िट का प्रबंधन।
  3. ई-पेमेंट्स - ऑनलाइन पेमेंट और NEFT, RTGS, IMPS जैसी बैंकिंग सुविधाओं का समर्थन।
  4. BRS (Bank Reconciliation Statement) - बैंक और कैश लेजर को मिलाने की सुविधा।
  5. मल्टी-करेन्सी सपोर्ट - विदेशी करेंसी में बैंकिंग ट्रांजैक्शन करने की सुविधा।

Tally Prime में बैंकिंग ट्रांजैक्शन करने के प्रकार

Tally Prime में विभिन्न प्रकार के बैंकिंग ट्रांजैक्शन्स किए जा सकते हैं:

1. पेमेंट वाउचर (Payment Voucher) से बैंक पेमेंट

  1. Gateway of Tally > Vouchers > F5: Payment
  2. बैंक अकाउंट का चयन करें।
  3. रिसीवर का नाम दर्ज करें।
  4. पेमेंट मोड (चेक, NEFT, RTGS, आदि) चुनें।
  5. ट्रांजैक्शन सेव करें।

2. रिसीप्ट  वाउचर (Receipt Voucher) से बैंक रिसीप्ट

  1. Gateway of Tally > Vouchers > F6: Receipt
  2. बैंक अकाउंट से प्राप्त राशि दर्ज करें।
  3. भुगतानकर्ता का नाम डालें।
  4. बैंक डिटेल्स और पेमेंट मोड चुनें।
  5. ट्रांजैक्शन सेव करें।

3. बैंक ट्रांसफर (Contra Entry)

यदि फंड को एक बैंक से दूसरे बैंक में ट्रांसफर करना हो:

  1. Gateway of Tally > Vouchers > F4: Contra
  2. दोनों बैंक अकाउंट का चयन करें।
  3. ट्रांसफर की राशि दर्ज करें।
  4. सेव करें।

4. बैंक रिकंसीलिएशन (Bank Reconciliation)

बैंक स्टेटमेंट को Tally में मैनेज करने के लिए:

  1. Gateway of Tally > Banking > Bank Reconciliation
  2. संबंधित बैंक अकाउंट चुनें।
  3. बैंक स्टेटमेंट के अनुसार ट्रांजैक्शन्स का मिलान करें।
  4. सभी एंट्रीज़ सेव करें।

Tally Prime में बैंकिंग ट्रांजैक्शन करने के लाभ

  1. समय की बचत - सभी बैंकिंग कार्यों को डिजिटल रूप से मैनेज किया जा सकता है।
  2. सटीकता - मैन्युअल एरर को कम करता है।
  3. सरलता - यूजर-फ्रेंडली इंटरफेस और आसान डेटा एंट्री।
  4. रियल-टाइम डेटा - वित्तीय स्थिति की तुरंत समीक्षा करने की सुविधा।

निष्कर्ष

Tally Prime में बैंकिंग ट्रांजैक्शन्स को मैनेज करना बेहद आसान और सुविधाजनक है। यह न केवल अकाउंटिंग प्रोसेस को तेज बनाता है बल्कि व्यावसायिक वित्तीय निर्णयों को भी प्रभावी बनाता है। यदि आप एक बिजनेस ओनर हैं और अपने बैंकिंग ऑपरेशंस को सुव्यवस्थित करना चाहते हैं, तो Tally Prime का उपयोग करना आपके लिए फायदेमंद रहेगा।

इस विडियो में समझाए गये टॉपिक का पीडीऍफ़ :- 

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Chapter:- 06

Tally Prime Inventory Management: पूरी जानकारी हिंदी में

परिचय

आज के डिजिटल युग में व्यापार को सही ढंग से प्रबंधित करने के लिए एक बेहतरीन सॉफ़्टवेयर की आवश्यकता होती है। Tally Prime एक ऐसा ही सॉफ़्टवेयर है जो अकाउंटिंग के साथ-साथ इन्वेंटरी मैनेजमेंट की भी सुविधा प्रदान करता है। इस ब्लॉग में, हम Tally Prime के इन्वेंटरी मैनेजमेंट फीचर की पूरी जानकारी देंगे और इसके उपयोग के लाभों को समझेंगे।


Tally Prime में इन्वेंटरी मैनेजमेंट क्या है?

इन्वेंटरी मैनेजमेंट वह प्रक्रिया है जिससे कोई व्यवसाय अपने स्टॉक और वस्तुओं का सही ढंग से रिकॉर्ड रखता है। Tally Prime में इन्वेंटरी मैनेजमेंट का उपयोग करके आप अपनी कंपनी के स्टॉक, बिक्री, खरीद, उत्पादन और वितरण को प्रभावी तरीके से प्रबंधित कर सकते हैं। यह व्यवसाय को सटीक डेटा प्रदान करता है जिससे निर्णय लेना आसान हो जाता है।

इन्वेंटरी मैनेजमेंट के प्रमुख फीचर्स:

  1. स्टॉक ग्रुप और स्टॉक आइटम – विभिन्न उत्पादों को समूह में व्यवस्थित करने की सुविधा।
  2. यूनिट ऑफ मेज़रमेंट (UOM) – मापन की विभिन्न इकाइयों को परिभाषित करने का विकल्प।
  3. स्टॉक वैल्यूएशन – विभिन्न तरीकों से स्टॉक का मूल्यांकन करना।
  4. गोडाउन और लोकेशन मैनेजमेंट – विभिन्न स्थानों पर मौजूद स्टॉक को ट्रैक करने की सुविधा।
  5. रिओर्ड लेवल – किसी वस्तु की न्यूनतम स्टॉक मात्रा निर्धारित करने की सुविधा।
  6. बिल ऑफ मैटेरियल्स (BOM) – मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के लिए उपयोगी फीचर।

Tally Prime में इन्वेंटरी मैनेजमेंट कैसे करें?

1. स्टॉक ग्रुप बनाना

स्टॉक ग्रुप बनाने से समान प्रोडक्ट्स को एक श्रेणी में रखा जा सकता है। स्टेप्स:

  • Gateway of Tally > Inventory Info > Stock Groups > Create
  • नाम और अन्य आवश्यक जानकारी भरें और सेव करें

2. स्टॉक आइटम जोड़ना

स्टॉक आइटम वह प्रोडक्ट होता है जिसे आप बेचना या खरीदना चाहते हैं। स्टेप्स:

  • Gateway of Tally > Inventory Info > Stock Items > Create
  • आइटम का नाम, समूह, यूनिट आदि भरें और सेव करें

3. यूनिट ऑफ मेज़रमेंट (UOM) सेट करना

अगर आपका व्यापार विभिन्न मापों में प्रोडक्ट बेचता है तो यह उपयोगी है। स्टेप्स:

  • Gateway of Tally > Inventory Info > Units of Measurement > Create
  • आवश्यक विवरण भरें और सेव करें

4. गोडाउन (गोदाम) मैनेजमेंट

अगर आपके पास स्टॉक विभिन्न स्थानों पर है तो इसे ट्रैक करने के लिए गोदाम जोड़ सकते हैं। स्टेप्स:

  • Gateway of Tally > Inventory Info > Godowns > Create
  • गोदाम का नाम और स्थान भरें और सेव करें

5. स्टॉक वैल्यूएशन सेट करना

आप FIFO, LIFO, Weighted Average जैसी स्टॉक वैल्यूएशन विधियाँ चुन सकते हैं। स्टेप्स:

  • Gateway of Tally > Inventory Info > Stock Item > Alter
  • स्टॉक आइटम में जाकर वैल्यूएशन विधि सेट करें और सेव करें

इन्वेंटरी रिपोर्ट्स कैसे देखें?

Tally Prime में कई इन्वेंटरी रिपोर्ट्स उपलब्ध हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • Stock Summary: Gateway of Tally > Stock Summary
  • Godown Summary: Gateway of Tally > Display > Inventory Books > Godown Summary
  • Movement Analysis: Gateway of Tally > Display > Inventory Books > Movement Analysis
  • Reorder Level Report: Gateway of Tally > Display > Inventory Books > Reorder Status

Tally Prime इन्वेंटरी मैनेजमेंट के लाभ

  • बेहतर स्टॉक नियंत्रण – माल की सही स्थिति जानने में मदद करता है।
  • समय की बचत – मैन्युअल एंट्री की जगह ऑटोमेशन से तेज़ और सटीक रिकॉर्डिंग होती है।
  • खर्च में कमी – स्टॉक का सही प्रबंधन करने से अनावश्यक लागत को कम किया जा सकता है।
  • बेहतर निर्णय लेने में सहायता – सटीक रिपोर्ट्स से व्यावसायिक निर्णय लेना आसान होता है।

निष्कर्ष

Tally Prime का इन्वेंटरी मैनेजमेंट सिस्टम किसी भी छोटे, मध्यम या बड़े व्यापार के लिए आवश्यक है। यह स्टॉक मैनेजमेंट को आसान, प्रभावी और सटीक बनाता है। अगर आप अपने बिज़नेस में इन्वेंटरी को अच्छे से मैनेज करना चाहते हैं, तो Tally Prime एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है।

इस विडियो में समझाए गये टॉपिक का पीडीऍफ़ :- 

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Chapter:- 07

Tally Prime में Financial Year, Opening Stock और Closing Stock को Maintain करने का सही तरीका !

परिचय

Tally Prime एक शक्तिशाली अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर है जो व्यापारियों और अकाउंटेंट्स को अपने वित्तीय डेटा को आसानी से प्रबंधित करने की सुविधा देता है। यदि आप जानना चाहते हैं कि Financial Year, Opening Stock, और Closing Stock को कैसे सही तरीके से मेंटेन किया जाए, तो यह ब्लॉग आपके लिए बेहद उपयोगी रहेगा।


1. Tally Prime में Financial Year को कैसे Change करें?

Tally Prime में Financial Year को बदलना बहुत ही आसान है। इसके लिए निम्नलिखित स्टेप्स को फॉलो करें:

  1. Tally Prime खोलें और जिस कंपनी का Financial Year बदलना है, उसे सिलेक्ट करें।
  2. Alt + F2 दबाएं या Gateway of Tally में जाकर "Change Period" ऑप्शन पर जाएं।
  3. यहाँ New Financial Year डालें, जैसे कि 01-04-2024 से 31-03-2025
  4. Enter दबाएं और आपका Financial Year सफलतापूर्वक बदल जाएगा।
टिप: यदि आप एक नई कंपनी बनाना चाहते हैं, तो "Create Company" में जाकर नया Financial Year सेट कर सकते हैं।

2. Opening Stock को Maintain करने का तरीका

Opening Stock, पिछले वित्तीय वर्ष के अंतिम Closing Stock के बराबर होता है। इसे सही तरीके से दर्ज करने के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें:

  1. Gateway of Tally → Inventory Info → Stock Items → Create पर जाएं।
  2. यहाँ नया Stock Item बनाएं और उसका नाम, यूनिट (Unit of Measure), और ओपनिंग स्टॉक डालें।
  3. "Opening Balance" में पुराने Closing Stock की Quantity और Value दर्ज करें
  4. सभी डिटेल्स भरने के बाद "Accept" करें।
 टिप: यदि पहले से स्टॉक लिस्ट बनी हुई है, तो Stock Summary में जाकर Opening Balance को एडिट कर सकते हैं

3. Closing Stock को कैसे देखें और Maintain करें?

Closing Stock को देखने और उसे सही तरह से मेंटेन करने के लिए ये स्टेप्स फॉलो करें:

  1. Gateway of Tally → Balance Sheet → Stock Summary पर जाएं।
  2. यहाँ आपको Closing Stock की Quantity और उसकी Value दिखेगी।
  3. यदि आपको Closing Stock अपडेट करना है, तो Stock Item में जाकर "Closing Balance" डालें
टिप: Closing Stock हमेशा ऑटोमैटिकली अपडेट होता है, लेकिन यदि किसी एंट्री में गलती हो जाए, तो उसे मैन्युअली सही किया जा सकता है।

निष्कर्ष

Tally Prime में Financial Year, Opening Stock और Closing Stock को मैनेज करना बहुत ही आसान है। Financial Year बदलने के लिए Alt + F2 का उपयोग करें, Opening Stock को Stock Items में जोड़ें, और Closing Stock को Stock Summary में चेक करें


FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

1. क्या मैं Tally Prime में पुराने Financial Year के डेटा को देख सकता हूँ?

हाँ, आप पुराने Financial Year में जाकर डेटा देख सकते हैं। इसके लिए Gateway of Tally में Change Period का उपयोग करें

2. यदि मेरा Closing Stock गलत दिख रहा है, तो क्या करूँ?

Closing Stock गलत दिखने पर आपको Stock Item की एंट्री चेक करनी चाहिए और मैन्युअली अपडेट करना चाहिए

3. क्या Tally Prime में Opening Stock को ऑटोमैटिकली अपडेट किया जा सकता है?

नहीं, Opening Stock को मैन्युअली एंटर करना पड़ता है, लेकिन यह पिछले साल के Closing Stock के बराबर होना चाहिए।



इस विडियो में समझाए गये टॉपिक का पीडीऍफ़ :-

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Chapter:- 07

Tally Prime में कॉस्ट सेंटर कैसे मेंटेन करें?

परिचय

Tally Prime एक प्रसिद्ध अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर है जो व्यावसायिक हिसाब-किताब को सरल और प्रभावी तरीके से मेंटेन करने में मदद करता है। अगर आप अपने व्यवसायिक खर्चे अलग-अलग विभागों या प्रोजेक्ट्स के अनुसार देखना चाहते हैं, तो आपको कॉस्ट सेंटर का उपयोग करना होगा। इस ब्लॉग में हम Tally Prime में कॉस्ट सेंटर को मेंटेन करने की प्रक्रिया को विस्तृत रूप से समझाएंगे।


कॉस्ट सेंटर क्या है?

कॉस्ट सेंटर एक ऐसा फीचर है जो किसी भी व्यवसाय के विभिन्न विभागों, शाखाओं या प्रोजेक्ट्स के खर्चों को अलग-अलग ट्रैक करने में मदद करता है। यह विशेष रूप से उन व्यवसायों के लिए उपयोगी है जो मल्टीपल डिपार्टमेंट्स या प्रोजेक्ट्स के साथ काम करते हैं।


Tally Prime में कॉस्ट सेंटर को एक्टिवेट कैसे करें?

  1. Gateway of Tally पर जाएं और F11: Features दबाएं।
  2. "Accounting Features" में "Cost/Profit Centres Management" ऑप्शन को Yes करें।
  3. F12: Configuration में जाएं और "Use Cost Centres for Ledger Accounts" ऑप्शन को Yes करें।
  4. अब आपके Tally Prime में कॉस्ट सेंटर का फीचर एक्टिवेट हो चुका है।

नया कॉस्ट सेंटर कैसे बनाएं?

  1. Gateway of Tally > Accounts Info > Cost Centres > Create पर जाएं।
  2. "Name" में कॉस्ट सेंटर का नाम डालें।
  3. "Under" में "Primary" या किसी भी मौजूदा कॉस्ट सेंटर को सेलेक्ट करें।
  4. "Accept" करें और Enter दबाएं।
  5. अब आपका कॉस्ट सेंटर तैयार है।

कॉस्ट सेंटर को लेजर से कैसे लिंक करें?

  1. Gateway of Tally > Accounts Info > Ledgers > Alter/Create पर जाएं।
  2. लेजर का नाम डालें और "Maintain Cost Centres" ऑप्शन को Yes करें।
  3. अब जब भी आप कोई एंट्री पास करेंगे, आपको कॉस्ट सेंटर सेलेक्ट करने का ऑप्शन मिलेगा।
  4. कॉस्ट सेंटर सेलेक्ट करें और एंट्री को सेव करें।

कॉस्ट सेंटर रिपोर्ट कैसे देखें?

  1. Gateway of Tally > Display More Reports > Cost Centre Reports पर जाएं।
  2. यहां आपको कॉस्ट सेंटर-वाइज डिटेल्स दिखाई देंगी।
  3. आप "Ledger-wise", "Group-wise" या "Voucher-wise" कॉस्ट रिपोर्ट्स भी देख सकते हैं।

निष्कर्ष

Tally Prime में कॉस्ट सेंटर एक महत्वपूर्ण फीचर है जो व्यावसायिक अकाउंटिंग को बेहतर बनाने में मदद करता है। उम्मीद है कि यह ब्लॉग आपके लिए उपयोगी रहा होगा। अगर आपको कोई प्रश्न है तो नीचे कमेंट करें!

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Chapter:- 08

Coming Soon...…

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